चकराघाट एक एतिहासिक स्थल है , जहां अलग अलग देवी देवताओं के मंदिर है। यहाँ का मुख्य मंदिर देवी माँ का मंदिर है। चकराघाट का मंदिर , सागर में लाखा बंजारा झील के किनारे स्थित है तथा शाम के समय यहाँ का नजारा बड़ा सुहाना होता है। यहाँ हनुमान मंदिर , शिव मंदिर , दत्तात्रेय मंदिर , गणेश मंदिर तथा राधा कृष्ण मंदिर भी है। नवरात्रि , मकर संक्रांति तथा शिवरात्रि के समय यहाँ मेले का आयोजन किया जाता है। नवरात्रि के नौ दिन भक्त यहाँ जल चढाने आते है तथा शाम को भक्त मंडली देवी गीत का आयोजन करती है जिन्हे बुंदेलखंड की क्षेत्रीय भाषा मे भक्ते कहा जाता है। चकराघाट एक धार्मिक स्थल भी है इसलिए यहाँ गणेश चतुर्थी से दस दिन तक गणेश प्रतिमा स्थापित की जाती है तथा नवरात्रि में माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। अलग अलग त्योहारों और मेलों के कारण यहाँ लगभग पूरे साल उत्सव का माहौल रहता है।